किछु हाइकू
सात रंगक
समुचित मिश्रण
इन्द्रधनुष !!
धीपल पानि
भाप बनि जमल
मेघ कहाय !!
ऊंचाई पाबि
नै घमंड कनिको
थिक पहाड़ !!
निर्मल जल
कल कल बहय
झड़ना छैक !!
राति अन्हार
सुझय नै किछु
अमावस्या छी !!
राति इजोर
दिन सन चमकै
पूर्णिमा थिक !!
रातिक मेह
दुईभ पर चमकै
ओस कहाय !!
भीजल घास
चमकैत माणिक
ओस क बुन्न !!
खिलैत रूप
गमकैत रहय
फूल कहाय !!
देखनहूँक
स्वाद खटमधुर
स्वादिष्ट फल !!
राजीव रंजन मिश्र
No comments:
Post a Comment