हाइकू
सुखैल खेत
पाइनक आस में
पाथर भेल !
मेघ लागल
बिजलौका लकय
बेंग बाजल !
बरखा भेल
तिरपित जीवन
देह तीतल !
चूबैत घाम
बरसल बरखा
ठंडा जीवन !
बरसै बुन्नी
दौड़ल खेतिहर
समटे धान !
पइघ बुन्न
सोहरल पाइन
डूबल टोल !
राजीव रंजन मिश्र
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