परम प्रभु
नटवर नागर
कृष्ण-कन्हैया
गोपाला नंदलाला
हे गोवर्धनधारी !!
सुनु विनय
आब कृष्ण मुरारी
राधारमण
हे यशोदानंदन
गोपी जन वल्लभ !!
आइ पड़ल
विपदा में धरनी
लुटि मचल
अन्हार अछि भारी
आबू कुंजबिहारी !!
छी आस अहीं
विस्वास अहीं पर
लागल अछि
हे करूणासागर
हे बिपिनबिहारी !!
यमुना तीरे
खेलय आबु यौ
भारत देश
बचाबय आबु यौ
आबू वंशीधर यौ !!
देर नै करु
देव हमर
प्रभु दीनदयाला
किछु त करु
भक्तक राखू लाज
हे गरीबनिवाज !!
हे राधावर
हे मनमोहन जू
मुरलीधर
वंशी कनी बजा दी
हम दीन पुकारी !!
राजीव रंजन मिश्र
No comments:
Post a Comment