परिस्थिति त
सोचनीय भ गेल
भद्र लोकनि
मनुक्खता के छोङि
अगुआ गेल छथि !!
क्यउ नै छथि
बात पर टीकल
करबा काल
व्यवहारिकता में
रहलै नहि सुधि !!
बजय छथि
समर्थन करैथि
रहितो छथि
मुदा जखन काज
तखन नदारद !!
याह रहल
जौ रवैय्या अप्पन
त सरकार
भूलि जाउ सुधार
झूठक इन्कलाब !!
राजीव रंजन मिश्र
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