आइ हम बहुत खुश छीदुनिया बस झार फुस छीकनैबा म सभ ओस्ताद छैदुःख मिटबै ला कंजुस छीसगरो छै सभ कुप्प भएदेखि हम रहै बिहुस छीकरैत रही हजुरी नै त'कहता जे हम खरुस छीपुरतैन जौ आस त ठीकनै त कहता मनहुस छी"राजीव" सभ करुगर छैहमहीं टा लबन चुस छी
राजीव रंजन मिश्र
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