Wednesday, December 12, 2012


दोस्ती बेशकीमती
सौगात है कुदरत का,
छोटी छोटी बातों से
तुनक कर
फना नहीं होती।

ये अलग बात है,
मेरे दोस्त!
कि हरएक शख्स में
इसे निभाने की
कला नहीं होती।

राजीव रंजन मिश्र 

No comments:

Post a Comment