दोस्ती बेशकीमती
सौगात है कुदरत का,
छोटी छोटी बातों से
तुनक कर
फना नहीं होती।
सौगात है कुदरत का,
छोटी छोटी बातों से
तुनक कर
फना नहीं होती।
ये अलग बात है,
मेरे दोस्त!
कि हरएक शख्स में
इसे निभाने की
कला नहीं होती।
मेरे दोस्त!
कि हरएक शख्स में
इसे निभाने की
कला नहीं होती।
राजीव रंजन मिश्र
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