भक्ति गजल -13
निज चरण सेवामे टा आसक्ति दी मुरारी
दासकेँ निर्मल आ निश्छल भक्ति दी मुरारी
हम रही सतपथ टा धेने शक्ति दी मुरारी
दी उछन्नर हम ने ककरो दिक्क नै करै क्यौ
संग सदिखन ऐ प्रवृत्तिक व्यक्ति दी मुरारी
एक टा परमात्मा पर विस्वास आ भरोसा
नित अपन चिंतनटामे अनुरक्ति दी मुरारी
चाह नै किछुओ टा बस राजीव नाम गाबी
भावकेँ अविरल सुदृढ अभिव्यक्ति दी मुरारी
२१२ २२२२ २२१२ १२२
@ राजीव रंजन मिश्र
No comments:
Post a Comment