गजल-२८८
एक दिस साओन रमनगर रमजान दोसर दिस
एक तरफ श्रीकृष्ण मुरारी आ चान दोसर दिस
एक तरफ श्रीकृष्ण मुरारी आ चान दोसर दिस
भाइ सभकेँ ईद मुबारक ईदी मुबारक हो
नव बियाहलकेर चढल हो दिअमान दोसर दिस
नव बियाहलकेर चढल हो दिअमान दोसर दिस
हो सगर सुख शांति हियामे आ नेह पहिने सन
आपसी सद्भाव रहै आ नित ध्यान दोसर दिस
आपसी सद्भाव रहै आ नित ध्यान दोसर दिस
राग छोड़ू राम रहीमक छै एक यौ दुन्नू
पाक छै अल्लाह तँ ततबे भगवान दोसर दिस
पाक छै अल्लाह तँ ततबे भगवान दोसर दिस
संगमे राजीव रहै मिलि आवाम ऐ देशक
ई जगत हो एक तरफ हिंदुस्तान दोसर दिस
ई जगत हो एक तरफ हिंदुस्तान दोसर दिस
२१२ २२१ १२२ २२१ २२२
@ राजीव रंजन मिश्र
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