गजल-३२०
ई जे मोनक जरब थिक
बाबू दुसमन गजब थिक
बाबू दुसमन गजब थिक
चुप्पे चापे रहब नित
जरि मरि अँचरी चढब थिक
जरि मरि अँचरी चढब थिक
निकहा लोकक सहज गुन
सोझाँ सोझी चलब थिक
सोझाँ सोझी चलब थिक
जीवन जीनाइ ऐ ठाँ
जेना तीले बहब थिक
जेना तीले बहब थिक
हाँ यौ अन्तिम घऱी धरि
जीवट राखब रहब थिक
जीवट राखब रहब थिक
जखने राजीव थमलहुँ
तखने जिबिते मरब थिक
तखने जिबिते मरब थिक
2222 122
©राजीव रंजन मिश्र
©राजीव रंजन मिश्र
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