गजल-२१०
पसार कुर्सीक लेल भ' गेल
अनेर लोकक तँ बात विचार
प्रचार माध्यमसँ सेल भ' गेल
पछात पुनि पाँच बरषक तँ जनि
ई गाम सांसदकँ जेल भ' गेल
सिनेह मोनक कि आब रहत ग'
जते हएबाक भेल भ' गेल
सवाल राजीव एक हजार
जवाब हँसिये कँ देल भ' गेल
१२१ २२१ २११२१
@ राजीव रंजन मिश्र
* तेसर शेरमे "ई"केँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि।
No comments:
Post a Comment