गजल-100
कनि देर भेल मुदा बिलमिये क' सही किछु फुरा गेल,जिनगीक बाटमे मार्गदर्शन केनिहार सभ गुरुजनक आभार जतबएत सादर नमन संग आजुक परिस्थितिक हिसाबे प्रेषित अछि हमर ई सएम गजल,अपने गुनीजनक नेह भरल दृष्टिक आकांक्षी रहब!!!
कनि देर भेल मुदा बिलमिये क' सही किछु फुरा गेल,जिनगीक बाटमे मार्गदर्शन केनिहार सभ गुरुजनक आभार जतबएत सादर नमन संग आजुक परिस्थितिक हिसाबे प्रेषित अछि हमर ई सएम गजल,अपने गुनीजनक नेह भरल दृष्टिक आकांक्षी रहब!!!
नै गुरु रहल नै छात्र ओहन सन
औ जी कहब की बात जोरन सन
औ जी कहब की बात जोरन सन
दिन राति बेसाहल परल कम धरि
कोना बचत ई लोक एहन सन
कोना बचत ई लोक एहन सन
के आब नेमाहत ककर कोना
नै नेत आ नै मोन तेहन सन
नै नेत आ नै मोन तेहन सन
ओ बात जे कहता निकक खातिर
छत्ता परत जनि गात घोरन सन
छत्ता परत जनि गात घोरन सन
राजीव नै भेटल सगर घुरि फिरि
जे छात्र गुरुमे बात मेजन सन
जे छात्र गुरुमे बात मेजन सन
2212 221 222
@ राजीव रंजन मिश्र
@ राजीव रंजन मिश्र
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