अन्तर्राष्ट्रीय नारि दिवस पर समस्त मिथिलानि आ अन्य महिलाकेँ समर्पित हमर ई गजल:
गजल-195
हे नारि सलाम अहाँकेँ
शत बेर प्रणाम अहाँके
शत बेर प्रणाम अहाँके
छी सृष्टि अहीँक रचल ई
जननी तैँ नाम अहाँके
जननी तैँ नाम अहाँके
अछि स्नेह दयाकेँ मुरती
सभ रूप तमाम अहाँकेँ
सभ रूप तमाम अहाँकेँ
थिक लाज सिनेह सहोदर
बनि पाग खऱाम अहाँकेँ
बनि पाग खऱाम अहाँकेँ
राजीव कहब टा अतबे
हो लाल ललाम अहाँकेँ
हो लाल ललाम अहाँकेँ
221 121 122
@ राजीव रंजन मिश्र
@ राजीव रंजन मिश्र
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