Tuesday, March 26, 2013



होली भक्ति गजल :

माधब संग खेलब होरी हम,अबिर गुलाल लगायब ना 
स्नेहक रंग रंगब हम लाला,अँखियन गात भिजायब ना 


पीयर रंग भरि भरि पिचकारी रहब निहाल भिजा सगरो 
तोरे रंग रंगा मनमोहन सदति करेज जुरायब ना 

गह्गर लाल तोहर ठोरक सन मलब रगरिकँ कन्हैया रे 
फगुआ गैब नाचब हम छमछम रभसि मृदंग बजायब ना 

आँखिक ताल तोहर कारी मसि निरखि निहारि मतब कृष्णा 
पोतब रंग एहन चपकोरब रसिक मिजाज कहायब ना 

गहि "राजीव" चरणन तोरे टा रहब मगन नित जगती मे
फागक रंग रंगब निसि वासर सरिस गुलाब फुलायब ना    

२२२१ २२२२२ १२१२१ १२२२ 

@ राजीव रंजन मिश्र 

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