स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
गजल :९६
थिक मान हियक आ शान तिरंगा
दिन राति सदति दिअमान तिरंगा
दिन राति सदति दिअमान तिरंगा
छल धार बहल शोणितकँ नदी सन
भेटल ग' तखन ई चान तिरंगा
भेटल ग' तखन ई चान तिरंगा
छेड़ल त' कतहु क्यौ एक मुदा नित
सभतरिसँ उठल से तान तिरंगा
सभतरिसँ उठल से तान तिरंगा
बड वीरकँ प्राणक पाबि क' आहुति
पुरखाकँ गढ़ल अभियान तिरंगा
पुरखाकँ गढ़ल अभियान तिरंगा
राजीव सपत हम खाइ चलू सभ
दी जान मुदा नै प्राण तिरंगा
दी जान मुदा नै प्राण तिरंगा
२२१ १२२ २११२२
@ राजीव रंजन मिश्र
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