भक्ति गजल
गिरधर जानल मीरा मातल छल
रसखानो सुधि बुधि सब वारल छल
रसखानो सुधि बुधि सब वारल छल
जमुना काते कदमक तरुवर तर
रासक अनुपम मेला लागल छल
चन्ना चमकल गहगहमे पसरल
राधारमनक मुरली बाजल छल
राधारमनक मुरली बाजल छल
ओ मंदहसन ई चंचल चितवन
पिपहिक धुन पर पायल नाचल छल
पिपहिक धुन पर पायल नाचल छल
राधाकेँ नैनक काजर लगमे
कारी बदरी लाजे हारल छल
कारी बदरी लाजे हारल छल
तै नेहक राजीवो छी रकटल
जे गोपीकेँ कहियो भेटल छल
जे गोपीकेँ कहियो भेटल छल
२२२ २२२ २२२
@ राजीव रंजन मिश्र
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