Monday, March 10, 2014

अन्तर्राष्ट्रीय नारि दिवस पर समस्त मिथिलानि आ अन्य महिलाकेँ समर्पित हमर ई गजल:

गजल-195
हे नारि सलाम अहाँकेँ
शत बेर प्रणाम अहाँके

छी सृष्टि अहीँक रचल ई
जननी तैँ नाम अहाँके

अछि स्नेह दयाकेँ मुरती
सभ रूप तमाम अहाँकेँ

थिक लाज सिनेह सहोदर
बनि पाग खऱाम अहाँकेँ

राजीव कहब टा अतबे
हो लाल ललाम अहाँकेँ

221 121 122
@ राजीव रंजन मिश्र

No comments:

Post a Comment