Wednesday, August 14, 2013


स्वतंत्रता दिवस पर विशेष 
गजल :९६ 

थिक मान हियक आ शान तिरंगा
दिन राति सदति दिअमान तिरंगा 

छल धार बहल शोणितकँ नदी सन
भेटल ग' तखन ई चान तिरंगा 

छेड़ल त' कतहु क्यौ एक मुदा नित
सभतरिसँ उठल से तान तिरंगा 

बड वीरकँ प्राणक पाबि क' आहुति
पुरखाकँ गढ़ल अभियान तिरंगा 

राजीव सपत हम खाइ चलू सभ
दी जान मुदा नै प्राण तिरंगा

 
२२१ १२२ २११२२ 
@ राजीव रंजन मिश्र 

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